Ultrasound (अल्ट्रासाउंड)
Ultrasound (अल्ट्रासाउंड) एक गैर-हानिकारक (non-invasive) चिकित्सा जांच है, जिसमें ध्वनि तरंगों (sound waves) का उपयोग करके शरीर के अंदर की संरचनाओं की तस्वीर (image) बनाई जाती है। इसे सोनोग्राफी (Sonography) भी कहते हैं।
🩺 Ultrasound क्या होता है?
Ultrasound एक इमेजिंग तकनीक है, जिसमें एक मशीन से निकली उच्च आवृत्ति (high-frequency) की ध्वनि तरंगें शरीर के अंगों से टकराकर वापस आती हैं और उनसे शरीर के भीतर की तस्वीर बनाई जाती है।
👉 इसमें कोई रेडिएशन नहीं होता है (जैसे X-ray में होता है), इसलिए यह सुरक्षित मानी जाती है।
📅 Ultrasound कब कराया जाता है?
Ultrasound कई कारणों से कराया जा सकता है, जैसे:
✅ गर्भावस्था में:
- भ्रूण की उम्र, विकास और स्थिति जानने के लिए
- बच्चे के अंगों की जांच (Anomaly scan)
- Multiple pregnancy (जुड़वां बच्चे आदि) का पता
- प्लेसेंटा की स्थिति और गर्भनाल की जाँच
✅ अन्य शारीरिक समस्याओं में:
- पेट दर्द के कारण जानने के लिए (लीवर, पित्ताशय, किडनी, पैंक्रियास की जांच)
- किडनी स्टोन, गॉलब्लैडर स्टोन
- लीवर, पैंक्रियास, स्पलीन, अपेंडिक्स की बीमारी
- प्रोस्टेट, थायरॉइड या ब्रैस्ट नोड्स/सिस्ट की जांच
- Uterus और ovaries की जांच (PCOD, fibroids, cysts आदि)
- Urinary bladder की स्थिति
- Scrotal ultrasound (testes की बीमारी)
🔍 Ultrasound से किन बीमारियों का पता चलता है?
अंग / क्षेत्र | बीमारी का पता |
गर्भाशय (Uterus) | Fibroids, PCOS, Cyst |
लीवर (Liver) | Fatty liver, Tumor, Hepatitis |
गॉलब्लैडर | पथरी (stone), सूजन |
किडनी | स्टोन, सूजन, फेल्योर का संकेत |
पैंक्रियास | सूजन (Pancreatitis), ट्यूमर |
थायरॉइड | नोड्स, थायरॉइड इन्फेक्शन |
स्क्रोटम | Hydrocele, Varicocele, Testicular torsion |
स्तन (Breast) | Lump, Cyst |
⚠️ क्या Ultrasound से कोई नुकसान होता है?
नहीं, अल्ट्रासाउंड सुरक्षित जांच है:
✅ इसमें radiation नहीं होता
✅ यह गर्भवती महिलाओं और बच्चों के लिए भी सुरक्षित है
✅ बार-बार भी कराया जा सकता है (डॉक्टर की सलाह से)
❌ नुकसान नहीं होता, लेकिन:
- बार-बार बिना ज़रूरत के कराने से अतिरिक्त खर्च और चिंता हो सकती है
- कुछ मामलों में बहुत गहरी समस्याओं का पता इससे नहीं चलता, इसलिए MRI/CT स्कैन की जरूरत पड़ सकती है
📌 निष्कर्ष:
बिंदु | विवरण |
टेस्ट का नाम | Ultrasound / Sonography |
तरीका | ध्वनि तरंगों से छवि बनाना |
कब कराएं | गर्भावस्था, पेट दर्द, सूजन, पथरी, अंगों की जांच आदि में |
क्या पता चलता है | गर्भस्थ शिशु, अंगों की स्थिति, पथरी, ट्यूमर आदि |
नुकसान | लगभग नहीं, यह सुरक्षित है |