स्किन इन्फेक्शन (Skin Infection)
स्किन इन्फेक्शन (Skin Infection) क्या है?
त्वचा का संक्रमण (Skin Infection) तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस, फंगस या परजीवी त्वचा को प्रभावित करते हैं। इससे त्वचा पर सूजन, जलन, खुजली, फोड़े-फुंसी या रैशेज़ जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं। यदि समय पर इलाज न किया जाए तो संक्रमण गहरा हो सकता है।
✅ त्वचा संक्रमण के प्रकार (Types of Skin Infections in Hindi)
1. बैक्टीरियल संक्रमण (Bacterial Infections)
👉 कारण: Staphylococcus aureus, Streptococcus pyogenes
👉 उदाहरण:
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इंपेटिगो (Impetigo): बच्चों में आम, चेहरे पर छाले
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सेलुलाइटिस (Cellulitis): गहरे ऊतकों में संक्रमण
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फॉलिक्युलाइटिस (Folliculitis): बालों की जड़ों में सूजन
2. वायरल संक्रमण (Viral Infections)
👉 कारण: Herpes Simplex Virus (HSV), Human Papillomavirus (HPV), Varicella Zoster Virus
👉 उदाहरण:
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हर्पीज (Herpes): होंठ या गुप्तांगों पर छाले
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वाट्स (Warts): हाथ-पैर या चेहरे पर उभरी हुई गाँठें
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चिकनपॉक्स / shingles: शरीर पर खुजली वाले फफोले
3. फंगल संक्रमण (Fungal Infections)
👉 कारण: Dermatophytes, Candida, Malassezia
👉 उदाहरण:
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दाद (Ringworm / Tinea): गोल आकार के खुजली वाले रैश
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कैंडिडियासिस: त्वचा की सिलवटों में फंगल इन्फेक्शन
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एथलीट फुट (Athlete’s Foot): पैर की उंगलियों में खुजली
4. परजीवी संक्रमण (Parasitic Infections)
👉 कारण: Sarcoptes scabiei, जूँ आदि
👉 उदाहरण:
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खुजली / स्केबीज (Scabies): हाथ-पैर या कमर के आसपास खुजली
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जूँ (Lice): सिर या शरीर पर खून चूसने वाले कीड़े
🔬 लक्षण (Symptoms)
संक्रमण के प्रकार पर निर्भर करता है, लेकिन सामान्य लक्षणों में शामिल हैं:
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लालिमा या सूजन
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जलन या खुजली
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फोड़े-फुंसी या फफोले
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दर्द या छाले
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पस (मवाद) बनना
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स्किन का रंग बदलना या पपड़ी जमना
🧪 जांच (Diagnosis)
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डॉक्टर की शारीरिक जांच (Clinical Examination)
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स्किन स्क्रैपिंग टेस्ट (Skin Scraping)
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पस का कल्चर टेस्ट (Pus Culture)
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बायोप्सी (जरूरत पड़ने पर)
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ब्लड टेस्ट (अगर इन्फेक्शन शरीर में फैल गया हो)
💊 उपचार (Treatment)
🔹 1. बैक्टीरियल इन्फेक्शन:
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एंटीबायोटिक क्रीम (Mupirocin, Fusidic acid)
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मौखिक एंटीबायोटिक दवाएं (Amoxicillin, Cephalexin)
🔹 2. वायरल इन्फेक्शन:
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एंटीवायरल दवाएं (Acyclovir, Valacyclovir)
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दर्द व बुखार के लिए पेरासिटामोल
🔹 3. फंगल इन्फेक्शन:
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एंटीफंगल क्रीम (Clotrimazole, Terbinafine)
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मौखिक एंटीफंगल (Fluconazole, Itraconazole)
🔹 4. परजीवी संक्रमण:
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Permethrin 5% क्रीम
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Ivermectin टैबलेट
🛡️ बचाव (Prevention Tips)
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साफ-सफाई का ध्यान रखें
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दूसरों के तौलिया, कपड़े, कंघी आदि का उपयोग न करें
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शरीर को हमेशा सूखा रखें (फंगल से बचाव हेतु)
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पसीना आने के बाद स्नान करें
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घाव या कट पर तुरंत एंटीसेप्टिक लगाएं
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नाखून साफ रखें और न खुजाएं
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भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर फटे जूते या नंगे पैर न चलें
🔁 निष्कर्ष (Conclusion)
त्वचा संक्रमण आम होते हैं लेकिन समय पर पहचाना और इलाज जरूरी होता है। किसी भी संक्रमण में स्व-उपचार से बचें और त्वचा रोग विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। संक्रमण की गंभीरता के अनुसार दवा, क्रीम और हाइजीन का सही संयोजन जरूरी होता है।
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