बवासीर (Piles या Hemorrhoids)
🔷 बवासीर क्या होता है?
बवासीर, जिसे अंग्रेज़ी में Piles या Hemorrhoids कहते हैं, एक ऐसी स्थिति है जिसमें गुदा (anus) और मलाशय (rectum) की नसों में सूजन और सूजनयुक्त गांठें (piles mass) बन जाती हैं। ये गांठें अंदर (Internal) या बाहर (External) हो सकती हैं।
🔷 बवासीर कितने प्रकार के होते हैं?
- 🔹 आंतरिक बवासीर (Internal Piles) – ये मलद्वार के अंदर होती हैं, आमतौर पर दर्द नहीं होता लेकिन खून आ सकता है।
- 🔹 बाहरी बवासीर (External Piles) – यह गुदा के पास त्वचा पर होती है, इसमें दर्द, सूजन और जलन होती है।
- 🔹 खूनी बवासीर – जिसमें मल के साथ खून आता है।
- 🔹 बाद बवासीर (Non-bleeding) – जिसमें गांठ होती है, दर्द और खुजली होती है लेकिन खून नहीं आता।
🔷 बवासीर होने के कारण (Causes)
- कब्ज (Constipation) – बार-बार ज़ोर लगाकर मल त्याग करने से।
- लंबे समय तक बैठना या खड़ा रहना
- गर्भावस्था – प्रेगनेंसी के दौरान पेट पर दबाव बढ़ने से।
- मोटापा
- कम फाइबर वाला आहार
- पुरानी डायरिया या लूज मोशन
- वजन उठाने की आदत
- परिवार में बवासीर का इतिहास
🔷 बवासीर के लक्षण (Symptoms)
- मल त्यागते समय या बाद में खून आना
- जलन, खुजली और दर्द गुदा के पास
- गुदा के पास सूजन या गांठ का महसूस होना
- मल त्याग में कठिनाई
- भारीपन या अधूरा मल त्याग
🔷 बवासीर से बचाव (Prevention Tips)
- ✅ फाइबर युक्त भोजन लें – जैसे फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज
- ✅ दिन में 8-10 गिलास पानी पिएं
- ✅ कब्ज से बचें – नियमित मल त्याग और ज़ोर न लगाएं
- ✅ लंबे समय तक बैठने से बचें, खासकर टॉयलेट पर
- ✅ शारीरिक गतिविधि करें – योग, चलना, हल्की एक्सरसाइज़
- ✅ मसालेदार और तली चीज़ें कम खाएं
- ✅ वजन नियंत्रित रखें
🔷 बवासीर का इलाज (Treatment)
🟡 1. घरेलू उपाय:
- गुनगुने पानी का Sitz Bath – 10-15 मिनट बैठना
- बर्फ की सिकाई – सूजन कम करने के लिए
- एलोवेरा जेल – बाहरी बवासीर पर लगाने से आराम
- त्रिफला चूर्ण – कब्ज से राहत देता है
🟡 2. आयुर्वेदिक इलाज:
- अर्जुन छाल, नागकेशर, हरड़, त्रिफला जैसी औषधियाँ
- बाजार में उपलब्ध कुछ आयुर्वेदिक दवाएं:
- Pilex (Himalaya)
- Arshkalp Vati (Patanjali)
- Kankayan Vati
🟡 3. एलोपैथिक इलाज:
- Pain Relievers: Diclofenac, Ibuprofen
- Stool Softeners: Isabgol, Lactulose
- Anti-inflammatory creams: Lignocaine, Hydrocortisone
- Suppositories for internal relief
🟡 4. सर्जरी (यदि गंभीर अवस्था में हो):
- Rubber Band Ligation – गांठ में रबर बैंड डालकर सूखा दिया जाता है
- Infrared Coagulation (IRC) – गांठ को जलाकर हटाया जाता है
- Hemorrhoidectomy – सर्जरी से गांठ निकालना
- Laser Surgery – आधुनिक और दर्दरहित तरीका
🔷 बवासीर कब खतरनाक होती है?
- अगर लगातार खून आता रहे
- अगर गांठ बाहर आकर अंदर न जाए
- अगर इंफेक्शन या तेज दर्द हो
- मल त्याग में अत्यधिक बाधा हो
🔷 नोट:
इलाज शुरू करने से पहले प्रोक्टोलॉजिस्ट या आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है। हर व्यक्ति की स्थिति अलग होती है।