मलेरिया (Malaria) – क्या है, कैसे होता है, बचाव, इलाज, खानपान और एक्सरसाइज सुझाव
🦠 मलेरिया क्या है?
मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो Plasmodium नामक परजीवी (parasite) से होता है। यह परजीवी Anopheles मादा मच्छर के काटने से शरीर में प्रवेश करता है और खून की लाल कोशिकाओं को संक्रमित करता है।
🧬 मलेरिया कैसे होता है?
- जब मलेरिया संक्रमित मादा Anopheles मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटती है, तो परजीवी उसके खून में चला जाता है।
- यह परजीवी लीवर में जाकर विकसित होता है और फिर खून की लाल रक्त कोशिकाओं पर हमला करता है, जिससे बुखार और अन्य लक्षण होते हैं।
🧫 मलेरिया के प्रकार (Plasmodium species):
- Plasmodium falciparum – सबसे गंभीर प्रकार, जानलेवा हो सकता है
- Plasmodium vivax – भारत में सबसे आम
- Plasmodium malariae
- Plasmodium ovale
- Plasmodium knowlesi – दुर्लभ
⚠️ मलेरिया के लक्षण (Symptoms of Malaria):
- तेज बुखार (अक्सर ठंड लगकर आता है)
- कंपकंपी और पसीना
- सिर दर्द
- थकावट और कमजोरी
- मांसपेशियों में दर्द
- मतली और उल्टी
- डायरिया
- एनीमिया (खून की कमी)
- प्लीहा और लिवर में सूजन
⏱️ लक्षण आमतौर पर मच्छर के काटने के 7–15 दिन बाद शुरू होते हैं।
🛡️ मलेरिया से बचाव (Prevention):
✅ मच्छर से सुरक्षा करें:
- मच्छरदानी में सोएं (विशेषकर रात में)
- फुल बाजू के कपड़े पहनें
- घर के आसपास पानी जमा न होने दें (कूलर, गमला, टंकी)
- मच्छर भगाने वाली क्रीम, स्प्रे या कॉइल का प्रयोग करें
- खिड़की-दरवाजों पर मच्छरजाली लगवाएं
✅ प्रतिरोधक उपाय (Prophylactic Medicines):
- यदि आप मलेरिया प्रभावित क्षेत्र में जा रहे हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर मलेरिया रोधी दवा (जैसे chloroquine, doxycycline, mefloquine) शुरू करें।
🧪 मलेरिया की जांच (Diagnosis):
- Peripheral Blood Smear Test – खून की स्लाइड बनाकर परजीवी देखना
- Rapid Diagnostic Test (RDT) – 15 मिनट में रिपोर्ट
- CBC Test – खून की स्थिति का मूल्यांकन
- PCR Test – डिटेल और सटीक जांच के लिए
💊 मलेरिया का इलाज (Treatment):
🔹 इलाज परजीवी के प्रकार और गंभीरता पर निर्भर करता है।
- Chloroquine (P. vivax के लिए)
- Artemisinin-based combination therapies (ACTs) – P. falciparum के लिए
- Primaquine – relapses को रोकने के लिए (P. vivax और ovale)
❗ इलाज डॉक्टर की सलाह से ही लें, क्योंकि गलत दवा से हालत बिगड़ सकती है।
🥗 मलेरिया में क्या खाएं? (Diet during Malaria):
✅ खाने योग्य चीजें:
- तरल पदार्थ अधिक लें – नारियल पानी,ORS, नींबू पानी
- सुपाच्य भोजन – खिचड़ी, दलिया, उबली सब्जियाँ
- फ्रूट्स – अनार, पपीता, कीवी, संतरा
- प्रोटीन युक्त आहार – दूध, दही, उबला अंडा, मूंग की दाल
- लौह युक्त आहार – चुकंदर, हरी सब्जियाँ (खून की कमी से बचाव)
❌ इनसे बचें:
- मसालेदार और तली हुई चीजें
- कैफीन, चाय, कॉफी
- अत्यधिक चीनी या मिठाई
- बहुत ठंडा या बहुत गर्म खाना
🛌 व्यायाम और आराम (Exercise and Rest):
❌ बीमारी के दौरान:
- पूर्ण आराम करें
- कोई भी शारीरिक श्रम न करें
- शरीर को हाइड्रेट और पोषित रखें
✅ रिकवरी के बाद (2–3 हफ्ते में):
- हल्की वॉक से शुरुआत करें
- धीरे-धीरे योग जैसे – प्राणायाम, अनुलोम-विलोम
- पर्याप्त नींद और संतुलित आहार पर ध्यान दें
- शरीर की ताकत लौटने पर ही एक्सरसाइज शुरू करें
📌 महत्वपूर्ण सुझाव:
- मलेरिया से बचाव इलाज से बेहतर है
- समय पर पहचान और इलाज जरूरी है
- हमेशा डॉक्टर की निगरानी में दवाएं लें
- मलेरिया के बाद कमजोरी लंबे समय तक रह सकती है, इसलिए शरीर को समय दें