गर्भावस्था में कराई जाने वाली मुख्य जांचें (Trimester-wise)
गर्भावस्था (Pregnancy) के दौरान मां और बच्चे दोनों की सेहत की सुरक्षा के लिए समय-समय पर जरूरी जांचें (tests) और विशेष सावधानियां लेना बहुत ज़रूरी होता है। नीचे गर्भावस्था की हर तिमाही (trimester-wise) में करवाई जाने वाली जरूरी जांचें और विशेष ध्यान रखने योग्य बातें दी गई हैं:
👶 गर्भावस्था में कराई जाने वाली मुख्य जांचें (Trimester-wise)
✅ 1st Trimester (पहली तिमाही: 1–12 सप्ताह)
🔬 ज़रूरी जांचें:
जांच | उद्देश्य |
Urine Pregnancy Test | गर्भावस्था की पुष्टि |
Blood Group & Rh typing | रक्त समूह और Rh incompatibility का पता |
Hemoglobin (Hb) | एनीमिया की जांच |
CBC (Complete Blood Count) | खून में संक्रमण/अनियमितता की जांच |
Blood Sugar (Fasting & PP) | डायबिटीज का पता |
TSH (Thyroid Test) | थायरॉइड असंतुलन की जांच |
HBsAg, HIV, VDRL | वायरल संक्रमण (Hepatitis B, HIV, Syphilis) की जांच |
Urine R/M | यूरिन इन्फेक्शन |
Rubella, Toxoplasma, CMV (TORCH Panel) | बच्चे में जन्मजात बीमारियों की संभावना |
Ultrasound (6–8 सप्ताह) | गर्भस्थ शिशु का विकास और heartbeat देखना |
✅ 2nd Trimester (दूसरी तिमाही: 13–26 सप्ताह)
🔬 ज़रूरी जांचें:
जांच | उद्देश्य |
Anomaly Scan (Level-2 USG, 18–20 सप्ताह) | बच्चे के अंगों की संरचना की जांच |
Double Marker / Triple Marker / Quadruple Test | डाउन सिंड्रोम या अन्य जन्म दोष का पता |
Blood Sugar (FBS, PPBS) | गर्भावधि मधुमेह की जांच |
Hemoglobin Repeat | एनीमिया की पुनः जांच |
Urine R/M | इंफेक्शन की जांच |
✅ 3rd Trimester (तीसरी तिमाही: 27–40 सप्ताह)
🔬 ज़रूरी जांचें:
जांच | उद्देश्य |
Growth Scan (32–34 सप्ताह) | शिशु का वजन और विकास देखना |
Doppler Scan (यदि ज़रूरत हो) | प्लेसेंटा और नाल में रक्त प्रवाह देखना |
CBC, Blood Sugar (दोबारा) | संक्रमण/डायबिटीज की जांच |
HBsAg, HIV (दोबारा) | संक्रमण की पुनः पुष्टि |
Urine R/M, Culture | इंफेक्शन की जांच |
Non-Stress Test (NST) | बच्चे की heart rate जांच |
Internal Examination (Near due date) | नॉर्मल डिलीवरी की तैयारी के लिए |
📝 गर्भवती महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
🌿 खान-पान और पोषण:
- आयरन और कैल्शियम की गोली डॉक्टर के अनुसार लें।
- प्रोटीन युक्त भोजन (दूध, दाल, अंडा, ड्राई फ्रूट्स) खाएं।
- हरी सब्जियां, फल और पानी भरपूर लें।
- बाहर का बासी, फास्ट फूड, जंक फूड टालें।
🚶♀️ जीवनशैली में सावधानी:
- हल्की कसरत करें (डॉक्टर से पूछकर)।
- पर्याप्त नींद लें (कम से कम 8 घंटे)।
- धूम्रपान, शराब या तंबाकू से दूर रहें।
- वजन को नियंत्रित रखें (हर महीने 1–2 किलो बढ़ना सामान्य है)।
⚠️ किन लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
- तेज पेट दर्द
- खून आना या लिक्विड का बहना
- बार-बार चक्कर आना
- बच्चे की हरकतें कम लगना
- तेज सिर दर्द, धुंधली दृष्टि
📅 नियमित डॉक्टर विज़िट:
- 1 से 6 महीने: हर 4 सप्ताह में
- 7 से 8 महीने: हर 2 सप्ताह में
- 9वां महीना: हर सप्ताह