पीलिया (Jaundice)
🌕 पीलिया क्या है? कारण, लक्षण, बचाव, जांच और इलाज
पीलिया (Jaundice) एक सामान्य लेकिन महत्वपूर्ण रोग है, जिसमें शरीर की त्वचा, आंखें और मूत्र पीले रंग के हो जाते हैं। यह लीवर की कार्यक्षमता से जुड़ा एक संकेत है जो दर्शाता है कि शरीर में बिलिरुबिन का स्तर बढ़ गया है।
🩺 पीलिया क्या होता है?
जब शरीर में बिलिरुबिन नामक पदार्थ का स्तर सामान्य से अधिक बढ़ जाता है, तो वह खून और ऊतकों में जमा होने लगता है, जिससे त्वचा, आंखों का सफेद हिस्सा और नाखून पीले दिखने लगते हैं। यही स्थिति पीलिया कहलाती है।
🧾 पीलिया होने के कारण
कारण | विवरण |
🍺 लीवर की बीमारी | हेपेटाइटिस A, B, C, अल्कोहलिक लिवर डिजीज |
🧫 पित्त नली में रुकावट | गॉलब्लैडर स्टोन, ट्यूमर |
🦠 संक्रमण | वायरल इंफेक्शन, मलेरिया, टायफॉइड |
🩸 रक्त संबंधी रोग | थैलेसीमिया, हीमोलिटिक एनीमिया |
💉 दवाओं या टॉक्सिन का प्रभाव | कुछ ऐंटीबायोटिक्स या पेन किलर्स |
🔍 लक्षण (Symptoms)
- त्वचा और आंखों का पीला होना
- पेशाब का गहरा पीला या भूरा रंग
- भूख न लगना
- थकान और कमजोरी
- पेट के दाहिने ऊपरी हिस्से में दर्द
- उल्टी या मतली
- शरीर में खुजली
- बुखार (संक्रमण के मामले में)
🛡️ पीलिया से बचाव
- साफ पानी और भोजन का सेवन करें
- खुले में शौच से बचें
- हेपेटाइटिस A और B के लिए टीकाकरण कराएं
- शराब और नशीले पदार्थों से बचें
- व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखें
- दूषित भोजन से परहेज करें
- समय-समय पर लिवर की जांच करवाएं
🧪 जांच (Diagnosis)
- LFT (Liver Function Test) – बिलिरुबिन और एंजाइम का स्तर देखने के लिए
- CBC (Complete Blood Count) – संक्रमण या एनीमिया की जांच
- USG Abdomen (अल्ट्रासाउंड) – पित्त नली में रुकावट या लिवर की स्थिति
- Hepatitis Panel – हेपेटाइटिस वायरस की जांच
- Urine Test – बिलिरुबिन या यूरोबिलिनोजन की मात्रा जांचने के लिए
💊 इलाज (Treatment)
इलाज का प्रकार पीलिया के कारण पर निर्भर करता है:
कारण | इलाज |
वायरल हेपेटाइटिस | आराम, उचित डाइट, दवाइयाँ और हाइड्रेशन |
पित्त नली में रुकावट | सर्जरी या एंडोस्कोपिक प्रक्रिया (ERCP) |
इंफेक्शन | एंटीबायोटिक या ऐंटीवायरल दवाएं |
दवा का असर | संबंधित दवा बंद करना |
लिवर रोग | हेपेटोलॉजिस्ट से सलाह लेकर लंबी अवधि का इलाज |
🍲 खानपान और परहेज
क्या खाएं:
- हल्का और सुपाच्य भोजन
- नारियल पानी, गन्ने का रस
- हरी सब्जियाँ और फल
- मूंग दाल, दलिया, खिचड़ी
- ताजे फल (जैसे पपीता, सेब, अनार)
क्या न खाएं:
- तला-भुना और मसालेदार खाना
- रेड मीट और प्रोसेस्ड फूड
- शराब और धूम्रपान
- बाहर का दूषित खाना
🧘♀️ योग और व्यायाम सुझाव
- तेज पीलिया में आराम ज़रूरी है
- स्वस्थ होने के बाद हल्का योग करें:
- अनुलोम-विलोम
- भ्रामरी प्राणायाम
- सेतु बंधासन
- अधिक थकावट वाले व्यायाम से बचें जब तक पूरी तरह ठीक न हों
निष्कर्ष:
पीलिया को हल्के में न लें। यह शरीर में गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकता है। यदि आपको इसके लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित जांच और इलाज कराएं।